लुधियाना ,6 फरवरी ब्यूरो रिपोर्ट

पंजाब चुनाव से पहले कांग्रेस में मुख्यमंत्री चेहरे को लेकर चल रही अटकलों पर अब विराम लग गया है. रविवार को एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने ऐलान किया है कि चरणजीत सिंह चन्नी ही कांग्रेस का मुख्यमंत्री चेहरा होंगे. उन्होंने कहा कि चन्नी जी से मैंने बात की और उनसे पूछा आपके पापा क्या करते हैं. चंन्नी जी गरीब घर के बेटे हैं और गरीबी को समझते हैं, गरीबी से निकले हैं. चंन्नी जी मुख्यमंत्री बने तो आपने नोट किया होगा कि आपको इनमें अहंकार दिखा? थोड़ा भी? नहीं. मुख्यमंत्री हैं और जनता के बीच जाते हैं लेकिन, कभी आपने प्रधानमंत्री को या योगी जी को जनता की मदद करते हुए देखा? वो लोग राजा है. चन्नी जी मुख्यमंत्री बनने नहीं आए हैं, पंजाब की सेवा करने आये हैं.

राहुल गांधी ने कहा कि मुख्यमंत्री चेहरे का निर्णय पंजाब का निर्णय है. पंजाब के लोगों, अपने उम्मीदवारों, कार्यकर्ताओं और युवाओं वर्किंग कमेटी के लोगों से पूछा. पंजाबियों ने हमें बताया कि हमें एक ऐसे व्यक्ति की जरूरत है जो गरीबों को समझ सके.

राहुल गांधी का ये ऐलान एक टेलीपोल के बाद हुआ है, जिसमें लोगों से कांग्रेस का मुख्यमंत्री चेहरे का चुनाव करने को कहा गया था. कांग्रेस का यह तरीका अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी द्वारा चलाए गए कैंपेन की तरह की माना गया था, जिसका कई लोगों ने मजाक भी बनाया था.

2017 में पंजाब विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा छोड़कर कांग्रेस में शामिल हुए नवजोत सिंह सिद्धू और सीएम चरणजीत चन्नी में चल रही तकरार के बीच टेलीपोल कराया ये घोषणा की गई है.

यह स्पष्ट करते हुए कि इस मामले को लेकर उन्हें बीच में आना पड़ रहा है, राहुल गांधी ने 27 जनवरी को एक जनसभा में घोषणा की थी, जिसमें उन्होंने कहा था, “आम तौर पर, हम मुख्यमंत्री के चेहरे की घोषणा नहीं करते हैं, लेकिन अगर कांग्रेस कार्यकर्ता चाहते हैं, तो हम एक चेहरे का भी चयन करेंगे. लेकिन हम कांग्रेस कार्यकर्ताओं से सलाह लेंगे, वे फैसला करेंगे.”

उनकी इस घोषणा के बाद भी सिद्धू ने सीएम चन्नी पर लगातार निशाना साधना जारी रखा. शुक्रवार को ही उन्होंने मुख्यमंत्री के एक रिश्तेदार पर छापे का हवाला देते हुए कहा था कि पार्टी को “ईमानदार और साफ ट्रैक रिकॉर्ड वाले” को चुनना चाहिए. उन्होंने कहा कि किसी भी मुख्यमंत्री की पसंद के लिए कम से कम 60 विधायकों का समर्थन होना चाहिए.

पिछले साल सिद्धू ने बड़ी संख्या में बागी विधायकों को अपने पक्ष में करते हुए अमरिंदर सिंह को मुख्यंमंत्री पद छोड़ने पर मजबूर कर दिया था.

हालांकि पार्टी ने अनुसूचित जाति समुदाय के नेता चरणजीत सिंह चन्नी को चुना, जिन्होंने ज्यादा प्रसिद्ध नहीं होते हुए यह स्पष्ट किया कि वह किसी से कम नहीं हैं.

 

वहीं इस विधानसभा चुनाव में चन्नी को दो विधानसभा क्षेत्रों से नामांकित किया गया है, जिससे पार्टी द्वारा उनके पक्ष में होने की अटकलें लगाई जा रही थीं.

इससे पहले आज, सिद्धू ने ट्वीट कर कहा कि हर कोई राहुल गांधी के फैसले का “पालन करेगा”. “निर्णय के बिना कुछ भी महान हासिल नहीं किया गया. पंजाब को स्पष्टता देने आ रहे हमारे अग्रणी प्रकाश राहुल जी का हार्दिक स्वागत. सभी उनके निर्णय का पालन करेंगे!

कांग्रेस का यह फैसला उस दिन आया है जब देश ने अपनी प्रतिष्ठित कलाकार लता मंगेशकर को खो दिया है, जिन्होंने सात दशकों से अधिक समय तक सिल्वर स्क्रीन पर राज किया. भाजपा ने गोवा के लिए प्रधानमंत्री की वर्चुअल रैली और उत्तर प्रदेश में अपने घोषणापत्र के लॉन्च को सम्मान के तौर पर रद्द कर दिया है.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *