AAS 24newsभुंतर, 21 मई ।
कृष्णा कश्यप
जिला कुल्लू के शमशी में जमीन के निजी रास्ते को सार्वजनिक करने के विरोध में स्थानीय व्यक्ति पुरुषोत्तम भुंतर टैक्सी स्टैंड के पास शनि मंदिर के सामने धरने पर बैठ गया है। उक्त व्यक्ति का कहना है कि हम ज्वाला माता शमशी के पुजारी व भंडारी हैं शमशी में उनकी जमीन हैं जिसका अपना निजी रास्ता हैं उसे धोखे से सार्वजनिक किया गया हैं । उन्होंने नगर पंचायत भुंतर पर भी आरोप लगाया कि उसकी पुश्तैनी जमीन की गलत रिपोर्ट आगे भेजी गई और निजी रास्ते को सार्वजनिक रास्ता बता दिया जो कि गलत है। ऐसे में वह न्याय के लिए भूख हड़ताल के साथ धरने पर बैठ गए हैं । उन्होंने
जिला प्रशासन से उस भूमि की निशानदेही व मौका करने की गुहार लगाई ताकि उसे अपनी जमीन वापस मिल सके। नगर पंचायत भुंतर के वार्ड नंबर 1 के रहने वाले पुरुषोत्तम सिंह ने नगर पंचायत भुंतर पर गलत सर्वे करने का आरोप लगाया है। वहीं धरने पर डटे पुरुषोत्तम सिंह का कहना है कि यहां पर इस जमीन का मामला एसडीएम की अदालत में भी चला हुआ था। ऐसे में नगर पंचायत की टीम भी भूमि के सर्वे को लेकर मौके पर पहुंची और उन्होंने सर्वे के दौरान उस भूमि को सार्वजनिक रास्ता बता दिया। पुरुषोत्तम ने कहा कि उन्हें एसडीएम कोर्ट से नोटिस मिला की रास्ते को खाली किया जाए जबकि वह रास्ता हमारा निजी हैं । उन्होंने कहा कि इस जमीन के सभी कागजात मेरे पास सुरक्षित है और यहां से सिर्फ साढ़े 3 फीट का ही रास्ता दिया गया है। अगर यह रास्ता सरकारी होता तो आज तक यह पक्का क्यों नहीं किया क्या। पुरुषोत्तम ने बताया कि वह इस मामले को लेकर अब प्रशासन से भी न्याय की गुहार लगा रहे हैं और प्रशासन भी इस बारे एक टीम का गठन करें। जो मौके पर सही तरीके से इस भूमि की निशानदेही कर सके। पुरुषोत्तम सिंह ने कहा कि जब तक उनकी भूमि उन्हें वापस नहीं दी जाती है तब तक वे इस मामले को लेकर भूख हड़ताल व धरने पर बैठे रहेंगे। पुरुषोत्तम शनिवार सुबह 11 बजे से तेज धूप, आंधी तूफान व बारिश में भी धरने पर डटे रहे उनका कहना हैं जबतक न्याय नहीं मिलता हम यहां से नहीं हिलेंगे । वहीं, नगर पंचायत भुंतर के कार्यकारी अधिकारी बीआर नेगी ने बताया कि यह मामला मंदिर कमेटी के साथ चला हुआ था। अगर उक्त व्यक्ति को इस फैसले से कोई आपत्ति है। तो वह नगर पंचायत में अपनी एप्लीकेशन दे सकता है और उसके बाद फिर से इस भूमि का राजस्व विभाग की टीम के द्वारा निरीक्षण किया जाएगा। ताकि पता चल सके कि यह भूमि सरकारी है या निजी। वहीं पुरुषोत्तम के धरने व भूख हड़ताल पर बैठने की खबर फैलते ही तहसीलदार भुंतर भी पुरुषोत्तम से मिलने मौके पर पहुंचे और उन्होंने मामले को आगे ले जाने की बात कही । लेकिन पुरुषोत्तम एक ही जिद पर अड़े हैं कि जब तक उन्हें न्याय नहीं मिलता वह यहां से नहीं हटेंगे उनकी भूख हड़ताल लगातार जारी रहेगी।