AAS 24news India
सम्पत्ति सरकारी हो या निजी उसको कोई जलाए, तोड़फोड़ करे, बुलडोजर चलाये या फिर बेच दे हम हर तरह से उसका विरोध करेंगे, निंदा करेंगे, अराजकता बोलेंगे, अनैतिक ठहराएंगे, असंवैधानिक कहेंगे।
देश की सम्पत्ति को बेचना भी गलत है, निजी सम्पत्ति को तोड़ना भी गुनाह है। किसी भी सम्पत्ति को नुकसान पहुंचाना ही अपराध है। सरकारें आती, जाती रहेंगी लेकिन घर, सम्पत्ति को बनाने में दशकों लगे हैं।
सरकार नागरिकों को नुकसान पहुंचाए या नागरिक सरकार का नुकसान करे, घाटा देश का ही है। विरोध कीजिए, विचार रखिए, यहां तक कि आंदोलन करिए लेकिन कोई किसी सम्पत्ति, व्यक्ति और प्रकृति को नुकसान मत पहुँचाइये।