6 जनवरी को सीएम से तपोवन में मिलेगा संघ का प्रतिनिधिमंडल
AAS 24news /पधर (मंडी)
किरण राही
शिक्षा विभाग गैर शिक्षक वर्ग चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी महासंघ का एक प्रतिनिधिमण्डल 6 जनवरी को तपोवन धर्मशाला में अपनी जायज लंबित मांगों को लेकर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू से मिलेगा। प्रतिनिधिमंडल की अगुवाई संघ के प्रदेश अध्यक्ष मखन लाल ठाकुर करेंगे।
प्रतिनिधि मंडल ने उम्मीद जताई है कि विधानसभा चुनावों से पहले कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों की सेवा अवधि 58 वर्ष से 60 वर्ष करने के अपने वायदे को सरकार शीघ्र पूरा कर प्रदेश के हजारों कर्मचारियों को राहत प्रदान करेगी। मक्खन लाल ने बताया कि शिक्षा विभाग में 15000 से भी अधिक चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी कार्यरत हैं। इन कर्मचारियों को सेवानिवृत्ति के दायरे को लेकर दो भागों में बांटा गया है, जबकि इनका पदनाम भी एक और काम भी एक ही है।
उन्होंने बताया कि चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों की नियुक्ति 4 तरह के नियमों के दायरे में की गई है। चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों की भर्ती में पहले 7 वर्ष के लिए बेलदार लगाया जाता है और दिहाड़ीदार सेवा अवधि पूरी करने पर नियमित किया जाता है। सेवाकाल विस्तार को लेकर यह वर्ग पिछली सरकार के कार्यकाल में प्रताड़ित हुआ है। मक्खन लाल ने सरकार से मांग की है कि चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों की सेवाकाल आयु 58 से बढ़ाकर 60 वर्ष की जाए। इसके लिए 10 मई 2001 की शर्त को तुरंत वापस लिया जाए। शिक्षा विभाग में प्रयोगशाला परिचर के हजारों पद खाली चले हुए हैं उन्हें वन टाइम रिलैक्सेशन देकर एकमुश्त भरा जाए। चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों का पदोन्नति कोटा लिपिक के पद के लिए दिया जाता था, उसे जेओए के लिए खत्म कर दिया गया है। जेओए के लिए चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों के पदोन्नति कोटे को तुरंत बहाल किया जाए। कोटा बढ़ाकर 20 फीसदी किया जाए।