मुख्यमंत्री के प्रधान मीडिया सलाहकार नरेश चौहान ने आज यहां एक प्रेस वक्तव्य में कहा है कि हिमाचल सरकार अपना अढ़ाई वर्ष का कार्यकाल सफलतापूर्वक पूरा करने जा रही है। प्रदेश सरकार का यह कार्यकाल प्रदेश के तीव्र व संतुलित विकास और समाज के विभिन्न वर्गांे के कल्याण के लिए समर्पित रहा है। मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू की अध्यक्षता में कल्याणकारी नीतियों और योजनाओं का क्रियान्वयन सुनिश्चित किया जा रहा है जिन्होंने व्यवस्था परिवर्तन के ध्येय के साथ अनेक महत्त्वपूर्ण निर्णय लिए हैं।
उन्होंने कहा कि व्यवस्था परिवर्तन की दिशा में लिए गए इन निर्णयों से प्रदेश की जनता को भरपूर लाभ पहुंचेगा। विपक्ष पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि विपक्ष लोकतंत्र प्रणाली में अपनी महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाने से चूक रहा है। भाजपा का चरित्र पूरे देश के सामने है कि किस प्रकार लोकतांत्रिक प्रणाली से चुनी गई सरकार को गिराने का प्रयास किया गया। यह कांग्रेस पर प्रदेश के लोगों का विश्वास है कि उन्होंने भाजपा के षड़यंत्र का मुहतोड़ जवाब देकर प्रदेश की की बागडोर फिर कांग्रेस पार्टी को सौंपी।
नरेश चौहान ने कहा कि प्रदेश के लोगों ने सरकार की नीतियों और योजनाओं पर मोहर लगाई है। कांग्रेस सरकार ने जनता से किए अधिकांश वायदों को पूरा कर लिया है। ग्रामीण अर्थव्यवस्था के सुदृढ़ीकरण के लिए गाय के दूध के समर्थन मूल्य को 32 रुपये प्रति लीटर से बढ़ाकर 51 रुपये प्रति लीटर और भैंस के दूध के समर्थन मूल्य को 47 रुपये प्रति लीटर से बढ़ाकर 61 रुपये किया गया है। कानून के तहत अनाथ बच्चों को चिल्ड्रन ऑफ द स्टेट के रूप में अपनाया गया है। एनपीएस के कर्मचारियों के लिए ओपीएस को बहाल की गई है। प्रदेश को हरित ऊर्जा राज्य बनाने की दिशा में कार्य किए जा रहे हैं। राज्य में इलैक्ट्रानिक वाहनों के संचालन, सौर और हाइड्रो पावर ऊर्जा के क्षेत्र में कार्य किया जा रहा है।
उन्होंने कई गुटों में विभाजित भाजपा पर कटाक्ष करते हुए कहा कि भाजपा प्रदेश में हो रहे विकास को पचा नहीं पा रही है। विपक्ष नकारात्मक राजनीति करके हिमाचल की पहचान को दागदार कर रहा है। पूर्व भाजपा सरकार के गलत निर्णयों को सुधारने की दिशा में वर्तमान कांग्रेस सरकार कार्य कर रही है। मुख्यमंत्री विभिन्न मंचों पर प्रदेश हित की लड़ाई लड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि भाखड़ा ब्यास प्रबन्धन बोर्ड में पांच हजार करोड़ रुपये फंसे हुए हैं और इस लड़ाई को प्रदेश सरकार द्वारा लड़ा जा रहा है।
पर्यटन से संबंधित प्रदेश सरकार की अभिनव पहल के बारे में प्रधान मीडिया सलाहकार ने बताया कि मुख्यमंत्री के प्रयासों के फलस्वरूप सीमा पर्यटन की परिकल्पना साकार हो रही है। इस पहल के माध्यम से राज्य में सतत पर्यटन के द्वार खुलेंगे। मुख्यमंत्री के प्रयासों के फलस्वरूप ही केन्द्र से इस योजना को मंजूरी मिली है। इस पहल से पयर्टकों को समृद्ध जनजातीय संस्कृति से रू-ब-रू होने का भी अवसर मिलेगा।