AAS 24news 23 जनवरी

 लीलाधर चौहान

⬧ राष्ट्रपिता मोहनदास करमचंद गाँधी की पुण्यतिथि की स्मृति में प्रतिवर्ष 30 जनवरी को शहीद दिवस के रूप में मनाया जाता है।
⬧ 02 अक्तूबर, 1869 को पोरबंदर, गुजरात में जन्मे गाँधी जी का पूरा नाम मोहनदास करमचंद गाँधी था।
⬧ वर्ष 1893 में गाँधी जी एक मुकदमे के सिलसिले में दक्षिण अफ्रीका चले गए और वहाँ उन्होंने अश्वेतों तथा भारतीयों के विरुद्ध गहरा भेदभाव महसूस किया।
⬧ उन्हें अंग्रेज़ों से स्वतंत्रता के लिये भारत के संघर्ष और सत्य एवं अहिंसा की उनकी नीति के लिये याद किया जाता है।
⬧ गाँधी जी ने अपनी संपूर्ण अहिंसक कार्य पद्धति को ‘सत्याग्रह’ का नाम दिया। उनके लिये सत्याग्रह का अर्थ सभी प्रकार के अन्याय, अत्याचार और शोषण के खिलाफ शुद्ध आत्मबल का प्रयोग करने से था।


⬧ गाँधी जी एक महान शिक्षाविद् भी थे, उनका मानना था कि किसी देश की सामाजिक, नैतिक और आर्थिक प्रगति अंततः शिक्षा पर निर्भर करती है।

⬧ 30 जनवरी, 1948 को नाथूराम गोडसे ने राष्‍ट्रपिता महात्‍मा गाँधी की गोली मारकर हत्‍या कर दी थी।
⬧ अपनी हत्या के समय गाँधी जी 78 वर्ष के थे, नाथूराम गोडसे ने दिल्ली स्थित बिड़ला हाउस में प्रार्थना सभा के लिये जाते हुए गाँधी जी को गोली मार दी थी।
⬧ गाँधी विरोधी गाँधी जी को भारत के बँटवारे और पाकिस्तान के निर्माण के लिये उत्तरदायी मानते हैं और नाथूराम गोडसे ने भी गाँधी जी की हत्या करने के लिये यही तर्क दिया था। राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी की हत्या के लिये नाथूराम गोडसे और सह-साजिशकर्ता नारायण आप्टे को 15 नवंबर, 1949 को फाँसी दी गई थी।

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