AAS 24newsमंडी/ सराज,21 जनवरी (लीलाधर चौहान)
जिला मंडी के सराज विधानसभा में भारी बर्फबारी के कारण बेसहारा पशु ठंड और भूख के कारण दम तोड़ रहे हैं मगर प्रशासन की तरफ से इन बेसहारा पशुओं के लिए सुरक्षित गौशाला तक नहीं है। जंजैहली के कटारू नामक स्थान पर एक नाम मात्र की गौशाला बनाई तो है मगर उसके अंदर पानी ही पानी भरा पड़ा रहता है। हालांकि हमने इस मामले को कुछ दिन पहले भी उठाया था जिस पर प्रशासन ने संज्ञान लेते हुए बेसहारा पशुओं को घास प्रदान करवाया था मगर गौशाला का सही इंतजाम नहीं हो पाया जिस कारण सड़कों में दर्जनों पशु और गौमाता ठंड से कांप रहे होते हैं।हैरान कर देने वाली बात हो तो तब हमें नजर आई जब कई पशुओं के कान में टैग भी लगे हुए दिखाई दे रहे थे मगर बावजूद इसके पुलिस और प्रशासन ने इस पर कोई भी कार्यवाही अमल में नहीं लाई।बेसहारा पशु ज्यादातर सराज विधानसभा क्षेत्र के लोगों ने ही जंगलों में छोड़ दिए हैं जिनकी जांच गंभीरता से नहीं हो रही है जिस कारण लोगों में डर नहीं है । जैसा कि सभी जानते हैं कि पशुओं का रजिस्ट्रेशन स्थानीय पशु चिकित्सालय में होता है मगर इसके बाद भी पशुओं को जंगलों में छोड़ दिया जाता है जिससे साफ जाहिर होता है कि विभाग की लापरवाही के कारण यह सब हो रहा है।पशु का रजिस्ट्रेशन पशु चिकित्सालय में होता है मगर अफसोस कि वहां कोई भी अधिकारी या फिर कर्मचारी अपने रजिस्टर को शायद जांच नहीं करता जिस कारण गांव में जागरूकता का माहौल नहीं है।
हमने तो गांव में लोगों छोटे-छोटे बछड़ों को जानबूझकर मारते हुए भी देखा है जिस पर हमने प्रशासन को सूचित भी किया मगर कोई खास कार्रवाई अमल में नहीं लाई गई । आप सभी जानते हैं कि जब भी गौ माता का कोई बछड़ा या फिर बछड़ी जन्म लेती है तो उसको गौ माता का दूध बहुत ही कम मात्रा में दिया जाता है जिससे उसकी जान चली जाती है। इस कृत्य को जांचने के लिए पशु चिकित्सालय के कर्मी और अधिकारियों को समय-समय पर गांव में जांच करनी चाहिए तभी आने वाले समय में सुधार की संभावना है।