सराज विधानसभा क्षेत्र के सुप्रसिद्ध जिला स्तरीय मेला कुथाह का समापन समारोह 30 मई को जिलाधीश मंडी अपूर्व देवगन ने किया मगर मेला कमेटी द्वारा भाजपा के नेताओं को मेला के शुभारंभ से समापन तक दरकिनार करने का दर्द छलक उठा कि तुंगाधार पंचायत प्रतिनिधियों ने समापन के दूसरे दिन सराज विधायक एवं नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर की अध्यक्षता में सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया।
इस दौरान भाजपा कार्यकर्ताओं तथा पंचायत प्रतिनिधियों ने जयराम ठाकुर का जोरदार स्वागत किया हालांकि कार्यक्रम से पहले मेला परिसर व क्षेत्र में बारिश और ओलावृष्टि खूब हुई तो भाजपा कार्यकर्ता निराश हो गए थे। मंच पर जयराम ठाकुर को स्थानीय पंचायत के प्रधान हेमराज द्वारा सम्मानित किया ।
इस दौरान अपने संबोधन से पहले जयराम ठाकुर ने स्थानीय पंचायत के राजेंद्र कुमार के देहांत पर दुख प्रकट किया तत्पश्चात भाजपा कार्यकर्ताओं एवं मेला में आए लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि सरकार की नोटिफिकेशन के अनुसार सभी जिला स्तरीय मेले पंचायत द्वारा मनाए जाते हैं ,ये सरकार के आदेश है, नोटिफिकेशन कब की है ,इस बारे में कोई जानकारी नहीं दी । उन्होंने कहा कि यह मेला देवता कमेटी तथा पंचायत के प्रतिनिधियों द्वारा आयोजित होना चाहिए था मगर प्रशासन इसमें क्यों रुचि ले रहा है यह उनको समझ नहीं आ रहा है। उन्होंने कहा कि यह मेला देवताओं का है जो यहां की संस्कृति का प्रतीक है ,यह ना मेरा है ना किसी और का है। उन्होंने कहा कि पंचायत की तरफ से उनके लिए मेला समापन समारोह हेतु निमंत्रण दिया गया था जिसे जिला तथा उपमंडल प्रशासन को भेजने के लिए उन्होंने पंचायत प्रतिनिधियों को कहा था, जो भेजा गया था।
जयराम ठाकुर ने जिला और उपमंडल प्रशासन पर आरोप लगाते हुए कहा कि प्रशासन ने उन्हें कहा कि आप मेले में नहीं जा सकते हैं। उन्होंने कहा प्रशासन को अगर चुने हुए प्रतिनिधियों का सम्मान नहीं करना है तो अपमान भी नहीं करना चाहिए। उन्होंने कहा कि उन्हें मालूम है कि यह किसकी मंशा से हो रहा था जिसके लिए उन्होंने प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा कि सरकार आएगी जाएगी लेकिन सीमा तक रहे उससे बाहर जाने की कोशिश ना करें।
मंच से सराज कांग्रेस के नेता जगदीश रेड्डी पर निशाना साधते हुए उनके गांव के नाम का जिक्र रेडू तक कर डाला। जगदीश रेड्डी की आलोचना करते हुए कहा कि अब वह रेडी लिखते हैं ,वे हर कार्य के लिए रेडी रहते है जिससे साफ जाहिर हो रहा था कि यह कार्यक्रम राजनीतिक रूप से प्रायोजित है।
जयराम ठाकुर ने सराज की संस्कृति की बात की मगर अफसोस कि उनके तथा उनके पार्टी के कार्यकर्ताओं के मनोरंजन के लिए मंच संचालन से लेकर लोकगायक, हनी नेगी, पाल सिंह और डोनी सहित डांस ग्रुप तक सराज विधानसभा क्षेत्र के बाहर से बुलाए गए थे जिसका लाइव प्रसारण सोशल मीडिया पर प्रसारित है फिर अपनी संस्कृति को बढ़ावा देने की बात करना कहां तक उचित है। हालांकि कुथाह मेला की तरफ से प्रशासन ने चार सांस्कृतिक संध्याओं में सराज विधानसभा क्षेत्र के एक दो को छोड़कर दर्जनों लोकगायक को तथा क्षेत्र के तीन मंच संचालकों को संस्कृत संध्याओं के दौरान मौका देकर प्रोत्साहित भी किया। हालांकि आज सराज के लोकगायको और मंच संचालकों को उम्मीद थी कि उन्हें भी भाजपा के कार्यक्रम के मंच में बुलाया जाएगा तथा जयराम ठाकुर के द्वारा उनको सम्मानित किया जाएगा मगर ऐसा कुछ नहीं हुआ।
क्या कहते हैं उपमंडलाधिकारी
जयराम ठाकुर द्वारा प्रशासन पर लगाए गए आरोपो के आधार पर हमने उपमंडलाधिकारी थुनाग व गोहर लक्ष्मण कनेत से टेलीफोन के माध्यम से वार्ता की तो उन्होंने कि मेला कुथाह समापन से एक दिन पहले स्थानीय विधायक एवं नेता प्रतिपक्ष जय राम ठाकुर का फोन आया था तो हमने कहा कि समापन के लिए जिलाधीश को कमेटी ने निमंत्रण भेज दिया है, इससे ज्यादा टिप्पणी करने के लिए उपमंडलाधिकारी ने इनकार किया। उन्होंने बताया कि मेले का समापन 30 मई को जिलाधीश मंडी के द्वारा विधिवत हो चुका है, आज के कार्यक्रम के बारे में उन्हें कोई निमंत्रण नहीं था और ना ही जानकारी हालांकि प्रशासन की तरफ से साउंड सिस्टम लगाने के लिए परमिशन दी गई थी।
क्या कहते हैं जगदीश रेड्डी
उधर सराज कांग्रेस के नेता जगदीश रेड्डी ने कहा कि यह तो स्थानीय विधायक एवं नेता पतिपक्ष जयराम ठाकुर की भढ़ास है जिसे वे मंच के माध्यम से निकलना चाह रहे हैं क्योंकि उन्हें कुथाह मेले में मंच नहीं मिला। उन्होंने जयराम ठाकुर और उनके कार्यकर्ताओं पर आरोप लगाते हुए कहा है कि जिस तुंगाधार पंचायत में भाजपा ने कार्यक्रम आयोजित किया था ,इसी पंचायत के भाजपा समर्थक राजेंद्र का कार्यक्रम से पहले सुबह के समय देहांत हुआ था, भाजपा नेताओं को शर्म आनी चाहिए कि दुख के माहौल में भाजपा के कार्यकर्ता व नेता बाहरी कलाकारों को बुलाकर जश्न मना रहे थे।
जयराम ठाकुर ने स्थानीय तुगाधार पंचायत पंचायत के प्रस्तावों के आधार पर उन्हें 10 लाख की घोषणा की तथा इसके अतिरिक्त 2 महिला मंडलों ने मंच पर प्रस्तुति दी थी उनके लिए 11-11 हजार की राशि तथा देवताओं के लिए पांच पांच हजार की राशि देने की घोषणा की।