आपदाग्रस्त सराज क्षेत्र में न्यायिक सेवाओं को बहाल करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है। शनिवार को हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट के न्यायाधीश अजय मोहन गोयल, जो मंडी सेशन डिवीजन के प्रशासकीय जज भी हैं, ने थुनाग कोर्ट का दौरा किया। कोर्ट परिसर का निरीक्षण करने के बाद उन्होंने अक्टूबर से कोर्ट की कार्यवाही शुरू करने के निर्देश दिए। उन्होंने यह भी आदेश दिया कि जिन वकीलों के चैंबर बाढ़ में क्षतिग्रस्त हुए हैं, उन्हें फाइलें तैयार करने के लिए नकल पर्चा भरने से छूट दी जाए।
बार एसोसिएशन सराज के अध्यक्ष हेम सिंह ठाकुर ने जस्टिस गोयल से थुनाग में नियमित जज की नियुक्ति का अनुरोध किया। उन्होंने बताया कि 30 जून को आई भीषण आपदा के बाद से पिछले तीन महीनों से सिविल कोर्ट की कार्रवाई बंद है, जिससे स्थानीय लोगों को न्याय मिलने में देरी हो रही है। उन्होंने कोर्ट को जल्द बहाल करने की मांग की ताकि जनता को समय पर न्याय मिल सके। जस्टिस गोयल ने सकारात्मक रुख दिखाते हुए आश्वासन दिया कि कोर्ट जल्द कार्यशील होगा।
इस अवसर पर जिला सेशन जज पारस डोगर, सचिव विधिक सेवा प्राधिकरण मंडी विवेक कायस्थ, सिविल जज थुनाग प्रिया डोगरा, एसडीएम थुनाग रमेश कुमार, हिमाचल प्रदेश बार काउंसिल के सदस्य नंद लाल, बार एसोसिएशन के सचिव हुकुम सिंह, अधिवक्ता नरेश ठाकुर, नरेंद्र रेड्डी, ललित कुमार, कुलदीप सिंह, मुरारी लाल, महेंद्र कुमार, पंचायत प्रधान धनेश्वर सिंह और राजेंद्र शर्मा मौजूद रहे। इस कदम से क्षेत्रवासियों में न्यायिक सेवाओं के प्रति उम्मीद जगी है।